Zerodha के फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने आगाह किया है कि पिछले तीन साल के दौरान कई कंपनियों और स्टार्टअप्स के इम्प्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) के तहत जारी शेयरों की आखिरकार कोई वैल्यू नहीं रहेगी।
निश्चित रूप से इम्प्लॉइज को जिस कीमत पर ये शेयर मिले थे, उसकी तुलना में शेयरों की वैल्यू काफी कम हो जाएगी। बाजार में हाल में आई बिकवाली से विशेषकर टेक शेयरों की वैल्यू खासी कम हो गई है। कामत ने 1990 के दशक के डॉट कॉम बूम (dot com boom) की याद दिलाई। कामत ने सात ट्वीट के एक थ्रेड में से एक के जरिये कहा, “इससे कई लोगों के मनोबल पर असर पड़ सकता है। इससे बिजनेस चलाने वालों की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
दुनिया भर में हाई ग्रोथ टेक कंपनियों के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट ने परेशान कर दिया है।
अशनीर ग्रोवर ने कहा, मार्केट हर किसी को दे रहा ईसॉप,
यह कुछ वैसा ही है, जैसे हाल में भारतीय फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) के फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने ट्विटर पर लिखा था। ग्रोवर ने ट्वीट किया, “यह सब संदर्भ की बात है। यदि आप Zomato के एक कर्मचारी हैं और आपको आईपीओ के बाद 140 रुपये की कीमत पर ईसॉप मिला है तो संभवतः आपने प्रति शेयर इनकम टैक्स के रूप में इतना पैसा चुका दिया है जितने में आप आज मार्केट से शेयर खरीद सकते हैं। 56 रुपये प्रति शेयर के साथ मार्केट अब हर किसी को ईसॉप दे रहा है।
कई कंपनियों ने बढ़ाई थे ईसॉप प्लान,
महामारी की शुरुआत के बाद वैल्यूएशन में उछाल के बाद बड़ी संख्या में टेक स्टार्टअप्स ने ईसॉप्स (ESOPs) दिए थे। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC) में दी गई हालिया रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, दिवाली से पहले नवंबर, 2021 में जिरोधा ने एक नया ईसॉप तैयार किया था, जिसमें नए ईसॉप प्लान के तहत 7,00,000 ऑप्शंस अलोकेट किए गए थे। एनट्रैकर का अनुमान है कि नया पूल कुल 100 करोड़ रुपये का है। कंपनी पेटीएम, स्विगी और रिविगो जैसे स्टार्टअप्स की लिस्ट में शामिल हो गई, जिन्होंने हाल में अपने ईसॉप पूल को बढ़ाया है।
बायबैक भी कर रही हैं कंपनियां,
पिछले सप्ताह, यह खबर आई थी कि आटोमोटिव रिटेल प्लेटफॉर्म टेकॉयन (Tekion) ने स्थापना के छह साल से कम वक्त के भीतर 300 करोड़ रुपये के ईसॉप वापस खरीदे हैं। लगभग 400 कर्मचारियों ने इस बायबैक में हिस्सा लिया था।
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