IOC का मुनाफा वित्त वर्ष 2022 की अंतिम यानी मार्च तिमाही में 31 फीसदी घट गया है. हालांकि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में क्रूड की कीमतों में तेजी के चलते रिकॉर्ड कमाई की है.
सरकारी तेल कंपनी इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) के शेयरों में कमजोरी देखने को मिली है. (image: pixabay)
IOCL Stock Price: सरकारी तेल कंपनी इंडियन आयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOC) के शेयरों में आज कमजोरी देखने को मिली है. आज शेयर करीब 5 फीसदी कमजोर होकर 118 रुपये के भाव पर आ गया. जबकि मंगलवार को यह 124 रुपये पर बंद हुआ था. असल में IOC का मुनाफा वित्त वर्ष 2022 की अंतिम यानी मार्च तिमाही में 31 फीसदी घट गया है. हालांकि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 में क्रूड की कीमतों में तेजी के चलते रिकॉर्ड कमाई की है. इस दौरान 2,06,461 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ. नतीजों के बाद ब्रोकरेज हाउस शेयर को लेकर पॉजिटिव है और निवेश की सलाह दे रहे हैं. अलग अलग ब्रोकरेज का टारगेट देखें तो इसमें 32 फीसदी रिटर्न मिल सकता है.
164 रुपये तक जा सकता है शेयर
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने IOCL के शेयर में निवेश की सलाह दी है और टारगेट प्राइस 164 रुपये रखा है. शेयर कल 124 रुपये पर बंद हुआ था. इस लिहाज से इसमें 32 फीसदी रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि IOCL अगले 3 साल में विभिन्न परियोजनाओं को चालू करने के लिए तैयार है, जिससे ग्रोथ में और तेजी आएगी. वर्तमान में चल रही रिफाइनरी परियोजनाएं पूरी होने की उम्मीद है. इनमें पानीपत रिफाइनरी, गुजरात रिफाइनरी और बरुनी रिफाइनरी हैं.
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि FY22 में कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़कर 43200 करोड़ रहा है. जबकि PAT 11 फीसदी बढ़कर 24200 करोड़ रहा. रिफाइनिंग कारोबार में ग्रोथ देखने को मिली है. GRM 11.25 डॉलर/bbl (v/s FY21 में 5.64 डॉलर/bbl) हो गया है. मार्केटिंग सेल्स वॉल्यूम 8 फीसदी सालाना बढ़कर 79.6mmt हो गया. जबकि मार्केटिंग मार्जिन 4.7 रुपये/liter रहा है.
PAT अनुमान से कमजोर
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने भी IOCL के शेयर में निवेश की सलाह दी है और टारगेट 140 रुपये का दिया है. ब्रोकरेज ने लोअर मार्केटिंग मार्जिन के चलते FY23E EPS का अनुमान 20 फीसदी घटा दिया है. ब्रोकरेज का कहना है कि Q4FY22 में EBITDA अनुमान के मुताबिक रहा है, जबकि PAT अनुमान से कमजोर. फाइनेंस कास्ट 49 फीसदी से ज्यादा रहा. रिफाइनरी यूटिलाइजेशन 106 फीसदी रहा जो हेल्दी है. मार्केटिंग वॉल्यूम अनुमान के मुताबिक रहा. डोमेस्टिक सेल्स में सालाना आधार पर 2.8 फीसदी ग्रोथ रही, जबकि इंडस्ट्री की ग्रोथ 3.1 फीसदी है.
0 टिप्पणियाँ