आज के कारोबार में InterGlobe Aviation का शेयर एनएसई पर 37.35 रुपये यानी 2.22 फीसदी की बढ़त के साथ 1645.45 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइंस इंडिगो (IndiGo) का संचालन करने वाली InterGlobe Aviation ने 25 मई यानी आज 31 मार्च 2022 को समाप्त वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए हैं जिसके मुताबिक इस अवधि में एयरक्राफ्ट ईंधन पर होने वाले खर्च में बढ़ोतरी के चलते कंपनी का कंसोलिडेटेड घाटा बढ़कर 1681.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। जबकि कंपनी ने इसके पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 1141.98 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। वहीं, Bloomberg के एक पोल में अनुमान लगाया गया था कि वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में InterGlobe Aviation को 8000.30 करोड़ रुपये की आय पर 978.30 करोड़ रुपये का घाटा हो सकता है।
इस अवधि में कंपनी की आय सालाना आधार पर 29 फीसदी की बढ़त के साथ 8,020.75 करोड़ रुपये पर रही है जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 6222.95 करोड़ रुपये पर रही थी। चौथी तिमाही में सालाना आधार पर ईंधन पर होने वाला खर्च 68 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3220.58 करोड़ रुपये पर आ गया है जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1914.46 करोड़ रुपये पर रहा था।
सालाना आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी का एबिटडा 551.40 करोड़ रुपये से घटकर 37.80 करोड़ रुपये पर आ गया है। इस अवधि में सालाना आधार पर कंपनी की एबिटडा में 93 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। साल -दर-साल आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी का एबिटडा मार्जिन 8.86 फीसदी से घटकर 0.47 फीसदी पर आ गया है।
बता दें कि इस साल अब तक ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है जबकि मार्च तिमाही में ब्रेंट के भाव में 39 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
आज के कारोबार में InterGlobe Aviation का शेयर एनएसई पर 37.35 रुपये यानी 2.22 फीसदी की बढ़त के साथ 1645.45 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है। स्टॉक का 52 वीक हाई 2,380.00 रुपये पर है जबकि इसका 52 वीक लो 1,555.10 रुपये पर है। इसका वर्तमान वॉल्यूम 557,933 है जबकि इसका मार्केट कैप 63,399 करोड़ रुपये है।
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