Axis Bank के बोर्ड ने 1 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने के ऐलान के साथ कर्ज के जरिए 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी भी दी
भारत में प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंकों में से एक एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने वित्त वर्ष 2022 की मार्च तिमाही (यानी कि चौथी तिमाही) के लिए अपने नतीजे 28 अप्रैल को जारी किये। बैंक ने प्रोविजंस में कमी के चलते मुनाफे में जोरदार इजाफा दर्ज किया है। बैंक के मुनाफे में 54 प्रतिशत की सालाना वृद्धि देखने को मिली। मार्च 2022 को समाप्त तिमाही के दौरान प्रोविजंस में गिरावट और बेहतर एसेट क्वालिटी परफॉर्मेंस के चलते बैंक के नतीजे अच्छे आये हैं।
बैंक ने 1 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने का ऐलान भी किया है।
बैंक के बोर्ड ने कर्ज के जरिए 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी। इतना ही नहीं बोर्ड ने बॉरोइंग लिमिट बढ़ाकर 2.5 लाख करोड़ रुपये करने की मंजूरी भी दी।
बैंक ने बीएसई फाइलिंग में कहा कि सालाना आधार पर चौथी तिमाही के दौरान बैंक का मुनाफा 54 प्रतिशत बढ़कर 4,117.8 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही के दौरान बैंक का मुनाफा 2,677 करोड़ रुपये रहा था।
सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में बैंक की NII 8,819 करोड़ रुपये रही जबकि इसके 9,142 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था।
सालाना आधार पर बैंक की शुद्ध ब्याज आय मार्च 2022 तिमाही के लिए 16.7 प्रतिशत बढ़कर 8,819 करोड़ रुपये हो गई। इसमें 15 प्रतिशत की क्रेडिट ग्रोथ और 19 प्रतिशत की डिपॉजिट ग्रोथ देखने को मिली। बैंक द्वारा अर्जित ब्याज और खर्च किए गए ब्याज के बीच का अंतर शुद्ध ब्याज आय मानी जाती है।
तिमाही आधार पर एक्सिस बैंक का ग्रॉस NPA 3.17% से घटकर 2.82% रहा। वहीं तिमाही आधार पर बैंक का नेट NPA 0.91% से घटकर 0.73% रहा।
सालाना आधार पर Q4FY22 में प्रोविजंस और कंटीजेंसीज घटकर 987.2 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही की तुलना में इसमें 54.4 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। वहीं तिमाही आधार पर इसमें 26 प्रतिशत की गिरावट नजर आई।
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